भारतीय मूल की पलबिंदर कौर शेरगिल कनाडा के सुप्रीम कोर्ट की जज नियुक्त की गई हैं। इसके साथ ही वह सुप्रीम कोर्ट की जज बनने वाली पहली पगड़ीधारी सिख महिला बन गई हैं। शेरगिल जब 4 साल की थीं, तभी उनका परिवार पंजाब से कनाडा आकर बस गया था।

नई न्यायिक आवेदन प्रक्रिया के तहत जस्टिस मिनस्टर और कनाडा के अटॉर्नी जनरल ने 2 अन्य जजों की नियुक्ति की घोषणा की है। नई प्रक्रिया पारदर्शिता, मेरिट और विविधता पर जोर देती है। इसके तहत उन जजों की नियुक्ति की जाएगी जो श्रेष्ठता और अखंडता के उच्च मानक पर खरे उतरेंगे। शेरगिल मानवाधिकार के मुद्दे पर काम करने वाली प्रतिष्ठित वकील रही हैं। उन्होंने वर्ल्ड सिख ऑर्गनाइजेशन ऑफ कनाडा की जनरल लीगल काउंसल के रूप में मानवाधिकार और धार्मिक समायोजन कानून को बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका अदा की है।

मंत्रालय के तरफ से जारी बयान के मुताबिक, ‘सुप्रीम कोर्ट की पीठ में नियुक्ति से पहले जस्टिस पलबिंदर कौर शेरगिल अपने लॉ फर्म शेरगिल ऐंड कंपनी, ट्रायल लॉयर्स में बतौर वकील और मध्यस्थ के रूप में काम करती थीं। उनका अनुभव उत्कृष्ट है और कनाडा के विभिन्न कोर्ट और ट्रिब्यूनल में पेश हो चुकी हैं। जस्टिस शेरगिल को 2012 में क्वीन्स काउंसल नियुक्त किया गया था और उन्हें क्वीन्स गोल्ड जुबली मेडल फॉर कम्युनिटी सर्विस से भी नवाजा गया है।’

शेरगिल ब्रिटिश कोलंबिया के विलियम लेक में पली-बढ़ी हैं। उन्होंने सस्केचुअन यूनिवर्सिटी से लॉ की डिग्री पूरी की है। वह पंजाबी और अंग्रेजी भाषा की अच्छी जानकारी हैं जबकि वह हिंदी भी बोल लेती हैं। स्कूल के दिनों में उन्हें तबला और हारमोनियम में रुचि । वह सरी में अपने पति, बेटी और दो जुड़वां बेटों के साथ रहती हैं।