सभी चारों पदों पर अखिलभारतीय विद्यार्थी परिषद का कब्जा।दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ चुनाव में एबीवीपी ने सभी चारों सीटों पर कब्जा कर लिया हैं। एबीवीपी का मुकाबला एनएसयूआई से था। एनएसयूआई का खाता भी नहीं खुला। एनएसयूआई कांग्रेस का स्टुडेंट यूनियन है और उसे कांग्रेस को लोकसभा चुनावों में मिली करारी हार की तरह ही हार मिली है। डुसु ने अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, सचिव और संयुक्त सचिव के पद पर जीत हासिल की है। उपाध्यक्ष कनिका शेखावत का कहना है कि हम गर्ल्स सिक्योरिटी के लिए काम करेंगे। अब दिल्ली विश्व विद्यालय में हर काम में लड़किया आगे दिखेंगी। अध्यक्ष पद के लिए एबीवीपी के मोहित नागर, उपाध्यक्ष पद के लिए परवेश मलिक, सचिव पद के लिए कनिका शेखावत और संयुक्त सचिव पद पर आशुतोष माथुर ने जीत हासिल की है। मोहित नागर ने बताया कि हमें इस जीत की पूरी उम्मीद थी। उन्होंने इस जीत का श्रेय दिल्ली विश्वविद्यालय के छात्रों को दिया। इस चुनाव में 43 फीसदी से अधिक मतदान हुआ था। डूसू चुनाव में छात्रावास का अधिकार, महिलाओं की सुरक्षा और छात्रों के समक्ष परिवहन की समस्या जैसे प्रमुख मुद्दे रहे। चुनाव शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हुआ। 43.4 फीसदी छात्रों ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया। भारतीय युवा संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष पंकज त्यागी ने सभी छात्रों को इस जीत पर बधाई दी है!