चंडीगढ़। हरियाणा में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को स्पष्ट बहुमत मिल गया है और वह पहली बार अपने दम पर सरकार बनाएगी। राज्य की 90 विधानसभा सीटों में से भाजपा ने 47 सीटों पर जीत ‍हासिल की। इंडियन नेशनल लोकदल (इनेलो) 19 सीटें जीतकर दूसरे तथा कांग्रेस पार्टी 15 सीटों के साथ तीसरे नंबर पर रही। विधानसभा चुनाव के अंतिम नतीजे देर शाम घोषित हो चुके हैं। इन नतीजों में हरियाणा जनहित कांग्रेस (एचजेसी-बीएल) को 2 और शिरोमणि अकाली दल और बहुजन समाज पार्टी को 1-1 सीट मिली हैं जबकि निर्दलीय उम्मीदवारों के खाते में 5 सीटें गई हैं। भाजपा के एक वरिष्ठ नेता ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने राज्य में विधानसभा चुनाव के प्रचार के दौरान 11 रैलियों को संबोधित किया जिससे भाजपा को अपनी स्थिति मजबूत करने में निश्चित तौर पर बहुत मदद मिली। राज्य में विधानसभा चुनाव के लिए मतदान 15 अक्टूबर को हुआ था। मुख्यमंत्री भूपिंदर सिंह हुड्डा ने मुख्य मुद्दा विकास को बनाया था जिसे मतदाताओं ने अपेक्षित महत्व नहीं दिया। पराजय स्वीकार करते हुए हुड्डा ने उम्मीद जताई कि नई सरकार राज्य में विकास की वह गति जारी रखेगी, जो पिछले 10 साल में उनकी पार्टी की सरकार के दौरान थी।गन्नौर सीट पर हरियाणा विधानसभा के अध्यक्ष कुलदीप शर्मा ने इनेलो की निर्मल रानी को 7,543 मतों से हराया।महेंद्रगढ़ सीट पर भाजपा की हरियाणा इकाई के अध्यक्ष रामबिलास शर्मा ने कांग्रेस के धनसिंह राव को 34,491 वोट से हराया। राई सीट पर कांग्रेस के जय तीरथ ने इनेलो के इंद्रजीत को मात्र 3 वोट से हराया।वर्ष 2009 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने 40 सीटें जीती थीं जबकि इनेलो के खाते में 31, भाजपा के खाते में 4, हजकां-बीएल के खाते में 6, शिरोमणि अकाली दल और बसपा के खाते में 1-1 सीट आई थी। निर्दलीय उम्मीदवारों ने 7 सीटें जीती थीं।