मेरठ में हुए अखिल भारतीय मवेशी शो में 10 सदस्यों वाले निर्णायक मंडल ने 1400 किलो वजनी मुर्रा नस्ल के भैंसे को विजेता चुना। युवराज नाम का यह भैंसा लोगों के कौतूहल का विषय बना रहा। इसके मालिक को 7 करोड़ रुपये का ऑफर मिला था, लेकिन उन्होंने बेचने से इनकार कर दिया। दरअसल, यह भैंसा हर साल उन्हें 50 लाख रुपये कमाकर देता है। युवराज बेफिक्री में जुगाली कर रहा था और लोगों की भीड़ उसे घेरे खड़ी थी। इस कॉम्पिटिशन में 30 गुणों के आधार पर विजेता का चयन किया गया। इसमें सीमन क्वॉलिटी, जेनेटिक हिस्ट्री वगैरह का ख्याल रखा गया था। हर पैमाने पर युवराज खरा उतरा।इसके मालिक करमवीर कहते हैं कि मैंने इसे अपने बेटे की तरह पाला है। वह कहते हैं कि उन्हें किसी तरह का पैसा नहीं चाहिए। उन्होंने बताया, ‘युवराज से मैं हर साल करीब 50 लाख रुपये कमाता हूं।’ वह यह इस भैंसे के हाई क्वॉलिटी सीमन से कमाते हैं। 14 फुट लंबा और 5 फुट 9 इंच ऊंचा युवराज रोजाना 20 लीटर दूध पीता है, 5 किलो सेब खाता है और 15 किलो अच्छी क्वॉलिटी की फीड खाता है। इसके साथ हर रोज करीब 4 किलोमीटर तक इसे घुमाया भी जाता है। करमवीर ने बताया, ‘मैं इस पर हर महीने 25 हजार रुपये से ज्यादा खर्च करता हूं।’ करमवीर बताते हैं कि चंडीगढ़ के एक किसान ने उन्हें 7 करोड़ का ऑफर दिया था, लेकिन उन्होंने वह ऑफर ठुकरा दिया। सरदार वल्लभभाई पटेल ऐग्रीकल्चरल यूनिवर्सिटी में इस खास प्रतियोगिता का आयोजन हुआ था। इस यूनिवर्सिटी में सीनियर साइंटिस्ट रविंदर सांगवान बताते हैं कि आखिर क्या वजह है जो कुरुक्षेत्र के इस किसान के लिए युवराज एक सौगात है। उन्होंने कहा, ‘मुर्रा नस्ल का एकदम परफेक्ट नमूना है युवराज।उन्होंने बताया, ‘हर रोज युवराज 3.5 से 5 मिलीलीटर हाई क्वॉलिटी सीमन तैयार करता है। इसे डाइल्यूट करके 35 मिलीलीटर दिया जाता है। इसमें से 0.25 मिलीलीटर की एक डोज़ 1,500 रुपये में बिकती है, जो कि एक मुर्रा भैंस के लिए काफी होती है।’ इस तरह से देखा जाए तो युवराज से एक दिन में 2 लाख 10 हजार रुपये कमाए जा सकते हैं। युवराज को जन्म देने वाली भैंस हर दिन करीब 25 लीटर दूध दिया करती थी। ऐसे में उत्तरी राज्यों में युवराज के सीमन की भारी डिमांड है। सांगवान कहते हैं कि अगर कोई युवराज के लिए 7 करोड़ रुपये देने के लिए तैयार है तो इसमे हैरानी की कोई बात नहीं है।